देहरादून। उत्तराखंड के आठ पर्वतीय जिलों चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग्र अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में रविवार से सुबह सात बजे से शाम छह तक दुकानें खुलेंगी। दो जिलों, चंपावत में टनकपुर व बनबसा और नैनीताल में हल्द्वानी, रामनगर और लालकुंआ को छोड़कर शेष क्षेत्रों में दुकानें आठ जिलों की तर्ज पर ही खुलेंगी। पर्वतीय जिलों को एक और राहत इस रूप में भी दी गई है कि वहां सरकारी अस्पतालों में अब पहले की भांति आम मरीजों का इलाज होगा। कोरोना का इलाज अब केवल देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के चयनित अस्पतालों में ही होगा। पूरे प्रदेश में शराब और नाई की दुकानें पहले की तरह बंद रहेंगी। वाहनों की अंतरजनपदीय आवाजाही पर पाबंदी लागू रहेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में शनिवार को उनके आवास पर हुई बैठक में कोरोना मुक्त पर्वतीय जिलों को राहत देने का निर्णय लिया गया। इसके तहत इन जिलों में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के साथ अन्य दुकानें खोलने का समय बढ़ाया गया है। साथ ही निजी निर्माण के लिए अनुमति देने का भी निर्णय लिया गया है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि मैदानी जिलों यानी देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर में छूट को लेकर मौजूदा स्थिति बरकरार रहेगी। इन तीनों ही जिलों में ढील देने के बारे में फैसले लेने को संबंधित जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया है। नैनीताल जिले के उक्त तीन क्षेत्रों को छोड़कर शेष में ढील का दायरा बढ़ाया गया है। कोरोना कंटेनमेंट जोन में मौजूदा स्थिति को ही सख्ती से जारी रखा जाएगा।
मुख्य सचिव ने यह भी स्पष्ट किया है कि एकदूसरे जिलों और प्रदेश के बाहर यातायात में पहले की तरह ही रोक रहेगी। पुलिस प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि शारीरिक दूरी के नियम का हर हाल में पालन हो। लोग बिना मास्क व अनावश्यक कार्य के घरों से बाहर न निकलें। नौ पहाड़ी जनपदों में कोरोना का कोई मरीज सामने नहीं आया है। इस कारण इन अस्पतालों में अब पूर्व की भांति ही रविवार से इलाज शुरू किया जा सकेगा। इसके साथ ही बेस अस्पताल कोटद्वार, राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर और राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा भी इलाज के लिए आंशिक रूप से खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि तमाम लोगों को अभी तक जो परेशानी हो रही थी वह दूर होगी।
मुख्य सचिव ने बताया कि अब प्रदेश के चुनिंदा अस्पतालों में ही कोविड-19 का इलाज किया जाएगा। इनमें मेला अस्पताल हरिद्वार, दून अस्पताल देहरादून, निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी शामिल हैं। इनके अलावा शेष अन्य अस्पताल पूर्व की भांति ही अपना कार्य करेंगे। बैठक में डीजीपी अनिल रतूड़ी, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, शैलेश बगोली व राधिका झा भी उपस्थित रहे।
रेड जोन में शामिल जिले
देहरादून
हरिद्वार
नैनीताल
ऑरेंज जोन में आने वाले जिले
अल्मोड़ा
ऊधमसिंह नगर
ग्रीन जोन में आने वाले जिले
उत्तरकाशी
रुद्रप्रयाग
टिहरी
चमोली
पौड़ी गढ़वाल
बागेश्वर
पिथौरागढ़
चंपावत
कैसे रेड जोन से ग्रीन जोन में आएंगे
ग्रीन जोन में वो जिले शामिल हैं, जिनमें अबतक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं पाया गया है। या फिर कोरोना पॉजिटिव केस पाए जाने के बाद अगर जिले में अगले 14 दिनों तक कोई नया मामला सामने नहीं आने पर आपका जिला ऑरेंज जोन की कैटिगिरी में आएगा। वहीं, 28 दिनों तक अगर जिले में एक भी केस सामने नहीं आता है तो ऐसे में जिला ग्रीन जोन में शामिल हो जाएगा।
प्रदेश में अबतक की स्थिति
कोरोना वायरस के कुल केस 48
देहरादून—————25
नौनीताल————–10
हरिद्वार—————07
ऊधमसिंह नगर——04
अल्मोड़ा—————01
पौड़ी गढ़वाल———01