आज दो घटनाओं ने मुझे बुरी तरह से झकझोर दिया। प्रथम बोझ उठा कर जाते हुए 70 साल के वृद्ध को देख कर और दूसरा गाड़ी में सीट न मिलने पर गाड़ी के पीछे लटक कर जाते हुए वृद्ध को देख कर।
मेरे महान भारत में आज भी इस तरह जीने को मजबूर भारत की जनता जिनके बूढ़े कंधो पर जिम्मेदारियां हैं और भारत के ही नेता लोग आराम की जिंदगी जी रहे है।