शाम होते ही
मेरे आँगन में
टिमटिमाता एक
नन्हा सितारा,
आसपास कोई
दूसरा नहीं,
नितांत अकेला
वो तन्हा सितारा,
अंधेरे की चादर ओढ़े
गुनगुनाता
कोई गीत सितारा,
मेरी तरह नितांत
अकेला
वो तन्हा सितारा
ना कोई सखी,
ना कोई सहारा,
टिमटिमाता वो
नन्हा सितारा,
साथ निभाता मेरा
वो नन्हा, तन्हा सितारा,
राधिका