जा रहे हैं हम
मुड़ के नहीं देखेंगे दोबारा
देखो आवाज़ ना देना,
भूल जाएँगे सारे जख्म
पर दाग ना मिटा पाएँगे,
होंठो पे होगी हँसी पर
दिल की उदासी छुपा ना पाएँगे,
होगी फिर वही रात
हम सो ना पाएँगे
होगी वही सुबह पर
हम संभल ना पाएँगे,
इससे पहले के देख ले कोई
अश्क हमारे, जा रहे हैं हम
देखो आवाज़ ना देना